रिपोर्ट रुड़की हब
रूड़की।।निःशुल्क विधिक सहायता एवं परामर्श केंद्र विधि संकाय, मदरहुड
विश्वविद्यालय, रूडकी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरिद्वार, उत्तराखंड
के संयुक्त तत्वाधान में नए आपराधिक कानूनो के क्रियान्वयन के उपलक्ष्य में
दिनांक 20/07/2024 को नगर पंचायत, भगवानपुर, रूड़की, हरिद्वार,
उत्तराखण्ड में एक शिविर का आयोजन किया गया, इस शिविर में स्वयं सेवकों
के रूप में भाग लेने वाले विधि के विद्यार्थियों के वाहन को हरी झण्डी दिखाकर
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डॉ0 नरेन्द्र शर्मा, मदरहुड विश्वविद्यालय,
रूडकी, हरिद्वार, उत्तराखण्ड द्वारा रवाना किया गया। इस दौरान प्रो0 शर्मा ने
अपने सम्बोधन में कहा कि विधि के विद्यार्थियों का कार्य केवल न्यायालय में
न्याय दिलाना ही नही है वरन् उसका कार्य एक सभ्य एवं अनुशासित समाज का
निर्माण भी करना है।
इस अवसर पर प्रो0 डॉ0 जे0एस0पी0 श्रीवास्तव, अधिष्ठाता, विधि संकाय,
मदरहुड विश्वविद्यालय, रूडकी, हरिद्वार, उत्तराखण्ड ने सचिव जिला विधिक
सेवा प्राधिकरणए हरिद्वार, उत्तराखण्ड व समस्त गणमान्य का स्वागत करते हुए
शिविर में उपस्थित नागरिको को भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली के विषय
में बताते हुए कहा कि अब एक नए युग में भारतीय न्याय व्यवस्था का प्रवेश हो
रहा हैं। इस प्रणाली के सभी तंत्रो जैसे. कोर्ट, पुलिस, विधि, विज्ञान प्रयोगशाला,
कारागार एवं अभियोजन आदि का डिजिटलीकरण हो चुका है। इन्हे एक वृहद
एकीकृत प्लेटफार्म से सूचनाओं के त्वरित आदान.प्रदान के लिए भी जोडा जा
रहा है।
विधिक सहायता शिविर का शुभारंभ सिमरनजीत कौर, सिविल जज,
सीनियर ड़िवीजन, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरिद्वार, उत्तराखण्ड
द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया
उन्होंने शिविर में उपस्थित जनमानस को संबोधित करते हुए विधि संकाय के
इस प्रयास की प्रशंसा की तथा विधि संकाय को साधुवाद दिया, साथ ही पैरा
लीगल वॉलिन्टीयर के सन्दर्भ में जानकारी देते हुए मदरहुड विश्वविद्यालय के
विधि संकाय के छात्रो को पैरा लीगल वॉलिन्टीयर के रूप में जुड़ने का आहवान
किया। उन्होंने बताया कि विधि संकाय के छात्र-छात्रो द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक
विधिक जागरूकता के क्षेत्र में एक सार्थक कदम है। रिटेनी एडवोकेट रमन कुमार
सिंह ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के विषय मे विस्तृत जानकारी प्रस्तुत
कियाए साथ में उन्होंने बताया की टोल फ्री नम्बर 15100 पर कॉल करके आप
कही से भी विधिक सहयता प्राप्त किया जा सकता है।
प्रतिरक्षा अधिकारी रजिया अख्तर ने नये दण्ड कानून पर प्रकाश डालते
हुए बताया ये भारत के द्वारा भारतीयो के लिए बनाया कानून है जिसका उद्देश्य
न्याय प्रदान करना है। इन्होंने बताया कि कब मौखिक बयान को इलैक्ट्रॉनिक
साक्ष्य के रूप में स्वीकार किया जाएगा। इस कार्यक्रम में उपस्थित जनसामान्य
गण को संबोधित करते हुए विधि संकायए मदरहुड विश्वविद्यालयए के सहायक
आचार्य डॉ0 अखिलेश यादव ने भारतीय न्याय संहिता के तहत होने वाले
साइबर अपराध को बहुत ही गहनता के साथ समझाया और वर्तमान समय में
मोबाइल फोन के द्वारा होने वाले अपराधो से बचाव के उपाय एवं विधिक
उपचार की विस्तृत जानकारी दीए साथ ही साथ उनके द्वारा भारतीय दण्ड
संहिता व भारतीय न्याय संहिता में निहित सूक्ष्म अन्तर को सरलता के साथ
समझाया।
इस दौरान शासन की मंशानुसार विधि संकाय के विधि के विद्यार्थियों
(स्वयं सेवकों) द्वारा नए आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन के संदर्भ में जनमानस
में जागरूकता लाने हेतू नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की गयी। जिसमें प्रमुख रूप से
अक्शी सैनी, नियती पोखरियाल, रीवा, अभिषेक, रजनीश, अंजली गोस्वामी,
साक्षी, स्वाति उपाध्यय, संधाशु सतपुरी, रितिक, लविश आदि ने भाग लिया।
इस अवसर पर विधि संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ0 नलनीश चन्द्र सिंह द्वारा
शिविर में आए हुए समस्त अतिथियो का आभार प्रकट किया गया। इस अवसर
पर विधि संकाय के सहायक आचार्य डॉ0 हरिचरण सिंह यादव, डॉ0 सन्दीप
कुमार, डॉ0 जूली गर्ग, श्रीमति व्यजंना सैनी, श्रीमति रेनू तोमर, सुश्री अनिंदिता
चटर्जी, सुश्री आशी श्रीवास्तव, सुश्री श्रीतु आनन्द, श्री रूद्रांश शर्मा, श्री सतीश
कुमार, श्री मिल्टन कुमार आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन श्री विवेक कुमारए सहायक आचार्य, विधि
संकाय, मदरहुड विश्वविद्यालय, रूडकी द्वारा किया गया। क्षेत्र में आयोजित
शिविर स्थल पर लोगो की महत्वपूर्ण उपस्थिति रही जो अपने दैनिक जीवन पर
पड़ने वाले इन नए कानूनो के निहितार्थं को समझने के लिए उत्सुक व ललायित
थे। मार्गदर्शन प्रदान करने और शंकाओं का स्पष्ट करने के लिए कानूनी विशेषज्ञों
एवं अध्यापकों की एक टीम वहां पर मौजूद थी।
इस अवसर पर भगवानपुर बार ऐसोशिएशन के अध्यक्ष, सचिव व अन्य सभी
पदाधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के उपरान्त सिमरनजीत कौर, सिविल जज
(सीनियर ड़िवीजन) सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरिद्वार, उत्तराखण्ड
ने तहसील परिसर भगवानपुर में वृक्षारोपण भी किया।+