नितिन कुमार
[banner caption_position=”bottom” theme=”default_style” height=”auto” width=”100_percent” group=”banner” count=”-1″ transition=”fade” timer=”4000″ auto_height=”0″ show_caption=”1″ show_cta_button=”1″ use_image_tag=”1″]
उत्तराखंड के हरिद्वार और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में 100 से अधिक लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले शराब कांड के मुख्य आरोपी बाप-बेटे को भी पुलिस ने भगवानपुर से गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर एसएसपी ने इसकी जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरदार हरदेव सिंह पुत्र सुखविंदर और सुखविंदर पुत्र आशा सिंह निवासी ग्राम पुंडेन, थाना गागलहेड़ी ने खुद अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उन्होंने यह शराब कैसे तैयार की थी इसकी जानकारी भी दी है।
बता दें कि, रविवार को भी एसएसपी जन्मेजय प्रभाकर खंडूड़ी ने सहारनपुर से शराब खरीदकर उत्तराखंड में बेचने के आरोप में एक बाप-बेटे को गिरफ्तार किया था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सरदार हरदेव सिंह ने बताया कि पांच से छह दिन पहले अर्जुन पुत्र नारायण से एक ड्रम यानी 200 लीटर शराब 26000 रुपये में खरीदी थी।
जिसमें से 50 लीटर शराब अलग निकालकर उसमें 50 लीटर पानी मिलाया गया था। उसका रंग दूधिया हो गया था। उसमें से 35 लीटर शराब बाल्लूपुर गांव के सोनू पुत्र फकीरा को बेची थी। साथ ही 35 लीटर शराब सहारनपुर के पिंटू को बेची थी। 30 लीटर शराब हमारा ही साथी सहारनपुर बेचने गया था।
शराब में से काफी बदबू आने और रंग हल्का होने पर अर्जुन को 150 लीटर शराब वापस कर दी गई थी। इसी शराब को पीने से दोनों राज्यों में लोगों की मौत हुई है। इसलिए ही हम दोनों पिता-पुत्र फरार हो गए थे। पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले में अर्जुन की तलाश की जा रही है। हरिद्वार जिले में रविवार को जहरीली शराब से मरने वालों का आंकड़ा 34 पहुंच गया।