हरिद्वार: अटल आयुष्मान योजना में जिले का भगवानपुर स्थित आरोग्यम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल भी कार्रवाई की जद में आ गया है। हॉस्पिटल प्रशासन पर गलत दस्तावेजों के आधार पर योजना में पंजीकरण, गलत रेकार्ड बनाने और उपचार में गलत व अव्यवाहिक जानकारी देने का आरोप है। इसे देखते हुए अटल आयुष्मान योजना के निदेशक (प्रशासन) डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। तब तक के लिए हॉस्पिटल की सूचीबद्धता को निलंबित करते हुए सभी देयकों के भुगतान पर भी रोक लगा दिया है।
चार जून को निदेशक प्रशासन अटल आयुष्मान योजना की ओर से जारी कारण बताओ नोटिस में कहा गया कि हॉस्पिटल के नाम में आरोग्यम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल लिखा गया है। जबकि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की वेबसाइट सूची में यह कहीं नहीं दर्शित है। गलत दस्तावेजों के आधार पर अटल आयुष्मान योजना में पंजीकरण कराकर धोखाधड़ी कर अनुबंधन की शर्तों का उल्लंघन किया गया साबित हो रहा है। 22 मई से अब तक 76 केसे में से 25 केस इमरजेंसी और 51 केसे प्लांटेंड है। इसमें से 12 मरीजों को आइसीयू और एचडीयू यूनिट से सीधे डिस्चार्ज दिखाया गया है। जो कि संभव नहीं है। यह खुद हॉस्पिटल की कार्यशैली पर संदेह खड़ा कर रहा है। इन बिदुओं को देखते हुए निदेशक प्रशासन अटल आयुष्मान योजना ने अंतिम निर्णय होने तक आरोग्यम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल एन एच 73, करौंदी, भगवानपुर रुड़की की योजना में सूचीबद्धता निलंबित करते हुए देयकों का भुगतान रोक दिया है।
निदेशक प्रशासन अटल आयुष्मान योजना डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर हॉस्पिटल को पैनल से हटाते हुए 19,38,300 रुपये के भुगतान किए गए क्लेम को वापस कराने के साथ ही अर्थदंड भी लगाया जा सकता है। अन्य विधिक कार्रवाई भी कराई जाएगी।