रुड़की(संदीप तोमर)। नालों की सफाई के लिये नाला मैन से लेकर बॉब कैट जैसी एक से बढ़कर एक मशीनों की खरीद के साथ ही विशेष रूप से सेनेटाइज मशीन को लेकर पूरे प्रदेश में प्रशंसा की पात्र बनी झबरेड़ा नगर पंचायत के खाते में एक उपलब्धि और जुड़ गई है कि कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के बाद सीज किये गए गांव खाताखेड़ी को सेनेटाइज करने की जिम्मेदारी झबरेड़ा नगर पंचायत को दी गयी है। जिलाधिकारी सी.रविशंकर ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि अपने काम काज विशेषतः साफ सफाई और अब कोरोना अवधि में सेनेटाइजेशन को लेकर झबरेड़ा नगर पंचायत चर्चा में है। मैं शब्द की बजाए हम शब्द प्रयोग करने वाले झबरेड़ा चैयरमैन चौ.मानवेन्द्र सिंह के अनुसार यह सब झबरेड़ा वासियों के सहयोग से ही सम्भव हो पा रहा है। उनका कहना है कि वह किसी निकाय से कम्पीटिशन करने की बजाय बस अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। चौ.मानवेन्द्र सिंह जो भी कहें,लेकिन यह सत्य है कि उनका काम काज अन्य निकायों के सामने चुनौती तो पैदा कर ही रहा है। खैर अब नगर पंचायत झबरेड़ा के खाते में एक उपलब्धि और जुड़ गई है कि प्रशासन ने सीज किये गए गांव खाताखेड़ी को सेनेटाइज करने की जिम्मेदारी झबरेड़ा नगर पंचायत को दी है। नगर पंचायत अपनी विशेष मशीन से पूरे गांव को सेनेटाइज करने के साथ ही लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूक भी करेगी। डीएम सी.रविशंकर ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं। यह जिम्मेदारी मिलने से चैयरमैन चौ.मानवेन्द्र सिंह उत्साहित हैं। वह कहते हैं कि वैसे तो अच्छा यह हो कि क्षेत्र में कोई मरीज कोरोना का न मिले,लेकिन फिर भी गांव खाताखेड़ी की जिम्मेदारी हमें मिली है तो यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने जिलाधिकारी सी.रविशंकर का आभार व्यक्त किया है। ज्ञात हो कि खाताखेड़ी गांव झबरेड़ा से लगभग 8 किमी. की दूरी पर इकबालपुर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित है। लगभग इतनी ही दूरी यहां से रुड़की और भगवानपुर की है,ऐसे में सेनेटाइजेशन के लिए झबरेड़ा को चुना जाना वहां के लोगों द्वारा अहम माना जा रहा है।