संदीप तोमर
रुड़की। जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख की आर्थिक सहायता व एक परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर भीम आर्मी ने रुड़की के सरकारी अस्पताल में डेरा डाल दिया है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण के आने की सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन ने चौकसी बरतनी शुरू कर दी है और सरकारी अस्पताल में अतिरिक्त फोर्स लगा दी गई है। उधर बसपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान ने सरकारी अस्पताल पहुंचकर व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पीड़ितों के गांवों में उनके घर पहुंचने के दौरान उपरोक्त 10 लाख व नौकरी की ही मांग की है।
आज इस मामले में भीम आर्मी कूद पड़ी है। सुबह से ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता स्थानीय नेताओं के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचना शुरू हो गए थे। इन लोगों ने यहां पहुंचकर आंदोलन की चेतावनी दी तो प्रशासन भी हरकत में आ गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल, पुलिस अधीक्षक देहात नवनीत सिंह, सीओ रुड़की चंदन सिंह बिष्ट, गंगनहर कोतवाल राजेश शाह व सिविल लाइन कोतवाल अमरजीत सिंह के साथ ही एएसडीएम रविंदर सिंह मौके पर पहुंचे। भीम आर्मी कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ते देख यहां पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। इस दौरान कार्यकर्ता मृतकों के परिजनों को 10लाख मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग करने लगे। जिस पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने इन लोगों को ज्ञापन देने को कहा,लेकिन इन लोगों के साथ ही यहां मौजूद कांग्रेसी नेताओं की मांग थी कि ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अपने स्तर से इस बाबत जिला अधिकारी व जिलाधिकारी शासन को अवगत कराएं। इस बात को लेकर प्रशासन के साथ कार्यकर्ताओं की कई बार तीखी नोकझोंक हुई। कार्यकर्ताओं ने जाम लगाने की चेतावनी दी। जिस पर किसी प्रकार पुलिस प्रशासन ने इन लोगों को समझाया। इस बीच बसपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप बालियान भी सरकारी अस्पताल पहुंचे तथा यहां भर्ती पीड़ितों का हाल जानने के साथ ही उन्होंने भी उपरोक्त मांग को दोहराया। उधर पीड़ितों के गांव में घर घर पहुंच कर पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने पीड़ितों का हाल जाना तो साथ ही 10 लाख व नौकरी वाली मांग को ही दोहराया। इस बीच सूचना आई कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण रुड़की पहुंचने वाला है। जिस पर कार्यकर्ता उसका इंतजार करने लगे। उधर पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया। समाचार लिखे जाने तक स्थिति यह है कि बड़ी तादाद में भीम आर्मी के कार्यकर्ता सरकारी अस्पताल में डेरा डाले हैं। जबकि रावण के आने की सूचना को देखते हुए भारी मात्रा में पुलिस फोर्स यहां तैनात कर दिया गया है।
चक्रपाणि ने फिर कर दी वही हरकत
रुड़की। अक्सर दुर्व्यवहार की घटनाओं को लेकर चर्चाओं में रहने वाले सरकारी अस्पताल के सीएमएस चक्रपाणि ने आज पीड़ितों की सूची बनाये जाने को लेकर एएसडीएम के पेशकार जितेंद्र कपूर के साथ ही एक अन्य कर्मी के साथ भी दुर्व्यवहार किया। यहां तक कि शवो को ले जाने की बाबत सरकारी एम्बुलेंस देने से भी एक बार मना कर दिया। उनका एएसडीएम रविन्द्र सिंह से भी सही व्यवहार नही रहा।