रुड़की(संदीप तोमर)। काम के नाम को लेकर भाजपा से जुड़े दो त्यागी छत्रपों में तलवारें तन गयी हैं। एक कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक के खेमे के समझे जाते हैं तो दूसरे सांसद डा.निशंक जी के खेमे के माने जाते हैं।
दरअसल यहां बात हो रही है वरिष्ठ और कई मामलों को लेकर गाहे बगाहे विवादित भाजपा नेता सुशील त्यागी(मदन जी खेमा) और हाल ही में नकली दवा मामले में छोटे भाई के कारण चर्चा में आए पूर्व जिला महामंत्री व जिला पंचायत सदस्य(निशंक जी खेमा) अमन त्यागी की। दरअसल दोनों के बीच शोसल मीडिया के फेसबुक प्लेटफार्म पर विवाद आज तब शुरू हुआ,जब शुरू हुआ जब सुशील त्यागी ने चुड़ियाला गेहूं क्रय केंद्र खुलने की जानकारी देते हुए कृषि विभाग एवं जिलाधिकारी का आभार जताया। इसके जवाब में अमन त्यागी ने सुशील त्यागी की फेसबुक पोस्ट खोली और उन पर आरोप लगाया कि वह उनके द्वारा कराए गए काम को लेकर अपना नाम(श्रेय) करने की कोशिश न करें। जवाब में सुशील त्यागी ने भी उन पर कमेंट रूपी हमला बोल दिया। नतीजा यह निकला कि फेसबुक पर तलवारें तन गयी। रुड़की हब ने अमन त्यागी से बात की तो उन्होंने डीएम को लिखी चिट्ठी और एक अखबार की इस बाबत प्रकाशित खबर हमें भेज दी,जो यहां दी जा रही है। एफबी के स्क्रीन शॉट भी हम यहां दे रहे है। सुशील त्यागी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हो सकता है अमन त्यागी ने भी पत्र आदि लिखे हों, पर मैंने भी प्रयास किये थे। बहरहाल दोनों की फेसबुक पर जंग शाम तक जारी रही,लेकिन इससे अनुशासन का दम भरने वाली पार्टी भाजपा की पोल तो खुल ही रही है। उधर सुशील त्यागी ने देर शाम आरोप लगाते हुए बताया कि कुछ लोगों ने पोस्ट पर अभद्र भाषा में भी कमेंट शुरू कर दिए थे और दिल्ली तक से आला नेताओं के फोन आ रहे थे,ऐसे में पार्टी अनुशासन को देखते हुए उन्होंने पोस्ट डिलीट कर दी है।