रुड़की(संदीप तोमर)। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में तैनात मुजफ्फरनगर के ककरौली अंतर्गत कटिया गांव निवासी सिपाही मोहित गुर्जर के साथ हुई अत्याचार की घटना की गुर्जर मिलन समिति ने कड़ी निंदा करते हुए सिपाही के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमें को वापस लिए जाने एवं दोषी भाजपा विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। समिति की ओर से इस बाबत यूपी के सीएम को ज्ञापन भी भेजा गया है।
समिति महासचिव दिनेश सिंह बिजोपुरा के गणेशपुर स्थित आवास पर आयोजित आकस्मिक बैठक में वक्ताओं ने कहा कि इस मामले में यूपी पुलिस के आला अफसरों का खुला अत्याचार सामने आया है। विधायक किशनलाल ने पुलिस अफसरों के सामने सिपाही की पिटाई की और उल्टा सिपाही को ही फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। सिपाही प्रवेश गुर्जर की गलती इतनी थी कि उसने ईमानदारी के साथ विधायक के भांजे की गाड़ी के कागजात चैकिंग में मांग लिए थे। समिति पदाधिकारियों ने कहा कि यदि जल्द दोषी विधायक के खिलाफ कार्रवाई और सिपाही के खिलाफ दर्ज फर्जी मुकदमा वापस कर उसकी रिहाई न की गई तो समिति भी आंदोलन को मजबूर होगी। इस बाबत आला गुर्जर नेता पहले ही पीलीभीत पुलिस प्रशासन को रविवार तक का समय दे चुके हैं। बैठक के बाद इस बाबत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक ज्ञापन भी भेजा गया।
बैठक की अध्यक्षता अनिल पंवार संरक्षक गुर्जर मिलन समिति व संचालन महासचिव दिनेश सिंह बिजोपुरा ने किया। जबकि विजयकुमार प्रधान,जगत सिंह आर्य,विजयपाल चौहान,राजेन्द्र प्रसाद एडवोकेट,कटार सिंह पोसवाल, सुखरम पाल, अंशुल तोमर,आदित्य सिंह,विक्रम सिंह पँवार, डॉक्टर वीरेन्द्र सिंह,तेजवीर सिंह,सतीश चौधरी,राजेश कुमार,रविन्द्र सिंह,रोहिताश आर्य,राहुल बैंसला,अंतर पाल,राकेश कुमार,ओंकार सिंह चौहान व सोपाल सिंह आदि मौजूद रहे।